प्रत्येक मनुष्य स्वत:ची गती स्वत: उत्पन्न करतो. मी स्वर्गात जाणार की नरकात, मला चांगला जन्म मिळणार की नाही व मला मोक्ष मिळणार की नाही हे सगळे माझ्या स्वत:च्या कृतीवर अवलंबून आहे, माझ्या मुलांनी श्राद्ध, तिथी घालण्यावर नाही.
मेरा विश्व अर्थात मेरे अनेक जन्मों का प्रारब्ध और इस जन्म में मैं जो कुछ भी करता हूँ उससे उत्पन्न होनेवाला क्रियमाण।
हर एक मनुष्य स्वयं अपनी गति को उत्पन्न करता है। मैं स्वर्ग में जाऊँगा अथवा नरक में, मुझे अच्छा जन्म मिलेगा या नहीं और मुझे मोक्ष प्राप्त होगा या नहीं, यह सब मेरी स्वयं की कृति पर निर्भर करता है, मेरे बच्चों के द्वारा श्राद्ध तिथि किये जाने पर नहीं।