हर एक मनुष्य स्वयं अपनी गति को उत्पन्न करता है। मैं स्वर्ग में जाऊँगा अथवा नरक में, मुझे अच्छा जन्म मिलेगा या नहीं और मुझे मोक्ष प्राप्त होगा या नहीं, यह सब मेरी स्वयं की कृति पर निर्भर करता है, मेरे बच्चों के द्वारा श्राद्ध तिथि किये जाने पर नहीं।