परिपुर्णता एक भ्रम है। उसे भूल जाओ। केवल भगवान ही परिपुर्ण हैं।
अहंकार आपको यह सोचने पर मजबूर करता है कि आप भगवान से भी बढकर हैं।
पदवी(डिग्री) आपको विषय (सब्जेक्ट) से नहीं जोड़ती, अध्ययन आपको विषय से जोड़ता है।
एड्स और कॅन्सर से भी भयानक रोग है, ‘मैं कुछ भी कर नहीं सकता, मैं कम हूँ’ यह भावना
एड्स आणि कॅन्सरपेक्षाही भयानक रोग म्हणजे ‘मी काही करू शकत नाही, मी कमी आहे’ ही भावना; आणि तिचा नाश ‘हनुमानचलीसा’ने होतो